
अब वो ज़माना चला गया जब मां बाप लड़के को कहते थे — “देख बेटा, लड़की खाना बना लेती होनी चाहिए, ससुराल संभालनी आनी चाहिए…”
अब लड़के को बोलना चाहिए —
“मां, पहले पूछ लो कहीं उसका बॉयफ्रेंड तो नहीं है, वरना शादी की जगह श्मशान पहुंच जाऊंगा!”
राजा रघुवंशी हत्याकांड ने साबित कर दिया है कि शादी से पहले ‘गोल रोटियां’ नहीं, दिल के गोलमाल पर ध्यान देना ज़रूरी है।
हनीमून के बहाने हत्या! पत्नी सोनम रघुवंशी गिरफ्तार, शिलांग ट्रांजिट में
जब शादी जबरन हो, तो प्यार बदलता है क्राइम में
राजा रघुवंशी और सोनम का किस्सा सिर्फ एक मर्डर मिस्ट्री नहीं, बल्कि समाज का आइना है।
-
सोनम पहले से रिलेशनशिप में थी।
-
उसे शादी मंजूर नहीं थी।
-
और फिर उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की प्लानिंग की।
अब सवाल ये नहीं कि उसने ऐसा क्यों किया, सवाल ये है कि हम ऐसे फैसलों को कैसे रोक सकते हैं?
शादी से पहले करवा लो “Background Check”, सिर्फ लड़की का नहीं, रिश्तों का!
आप रिवाज से पूछते हैं—”बेटी को सिलाई आती है?”
अब पूछो—“बेटी को प्यार किसी और से तो नहीं?”
बात मज़ाक की नहीं, हकीकत की है।
प्यार अगर अधूरा रह जाए और शादी मजबूरी बन जाए, तो ये सिर्फ दिल नहीं तोड़ता, कभी-कभी गले भी काट देता है।
बेटी की ‘ना’ सुनना सीखिए, वरना बहू ‘कफन’ का कारण बन सकती है
सोनम केस ने हमें एक और सच्चाई दिखाई —माता-पिता सोचते हैं कि शादी करवा देंगे तो “सब ठीक हो जाएगा”। लेकिन जब बेटी को मंजूरी नहीं होती, तब “सब ठीक” नहीं होता, बल्कि सब खत्म हो जाता है।
“कभी-कभी लड़की रोटियां नहीं बनाती, सीधा लड़के की Life कुकर में पका देती है।”
इसलिए, शादी से पहले पूछो:
-
क्या रिलेशनशिप में है?
-
क्या शादी को लेकर मन से तैयार है?
-
क्या ज़िंदगी साथ बिताना चाहती है या प्लान किसी और के साथ है?
शादी अब रिश्ता नहीं, इंटरव्यू है – जिसमें सवाल करना ज़रूरी है
“Tell me about your ex…” पूछने का ज़माना आ गया है
भाई, अब लड़का बोलेगा —
“क्या तुम खाना बनाती हो?”
लड़की जवाब देगी —
“नहीं, सिर्फ बॉयफ्रेंड को धोखा देती हूं… और कभी-कभी पति को खत्म भी।”
यह मज़ाक नहीं, सामाजिक चेतावनी है।
शादी से पहले ‘दिल’ नहीं, ‘डेटा’ चेक करें
शादी अब भावनाओं से नहीं, फैक्ट चेक से तय होनी चाहिए।
-
क्या लड़की किसी रिलेशन में है?
-
क्या वह वाकई शादी के लिए तैयार है?
-
क्या उसके और किसी के बीच “अनसेड रिलेशन” तो नहीं?
राजा रघुवंशी केस ने ये सवाल सबके मुंह पर ला खड़ा किया है।